दिवाली पर आदेशों को दरकिनार कर जमकर चलाए गए पटाखों के कारण शहर की हवा दमघोंटू हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिवाली से पहले और दिवाली के दिन प्रदूषण के आंकड़ों की जांच की तो पाया कि सप्ताहभर पहले के मुकाबले अब हवा की गुणवत्ता दो गुना से ज्यादा खराब है, वहीं बीते साल की दिवाली की तुलना में भी इस साल की हवा में ज्यादा जहर घुला। दिवाली की रात 10 बजे के बाद भारी प्रदूषण के कारण लोग परेशान हो गए। हैरतअंगेज पहलू ये है कि शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण ताजमहल के आसपास बढ़ा हुआ पाया गया, जबकि ताज को प्रदूषण से बचाने के नाम पर टीटीजेड अथॉरिटी ने कई प्रतिबंध लगा रखे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 429 रहा जो महज 24 घंटे पहले 280 पर था। केवल रातभर में आतिशबाजी के कारण प्रदूषण स्तर में एकाएक यह उछाल आया। शनिवार सुबह को भी स्मॉग की चादर में ताजमहल छिपा नजर आया। हालांकि एयर क्वालिटी इंडेक्स 373 दर्ज किया गया।
शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण ताजमहल के पास दर्ज किया गया। ताज के 500 मीटर दायरे से सटे पीएसी मैदान पर यूपी मेट्रो द्वारा निर्माण कार्य जारी है तो दूसरी ओर शाहजहां पार्क के पास आगरा स्मार्ट सिटी पानी की पाइपलाइन बिछाने का काम कर रहा है। न केवल दिवाली, बल्कि गोवर्धन पूजा के दिन भी रात तक लोग धूल कणों की मात्रा 500 के पार होने के कारण सांस लेने में परेशानी का अनुभव करते रहे।