सिकलसेल छुआछुत नही एक अनुवांशिक रोग

Jansampark Khabar
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बिलाल खत्री संभाग ब्यूरो

                बड़वानी सिकलसेल बीमारी छूने से नहीं फैलती ना ही यह छुआछूत की कोई बीमारी है यह एक अनुवांशिक रोग है जिसका इलाज समझ और जागरूकता के साथ ही संभव है उक्त बात अविनाश वानखेड़े ने ग्रामीणों को  सिकलसेल एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम के तहत कहि। मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक सुश्री ज्योति वर्मा के निर्देशन में सिकल सेल जागरूकता अभियान कार्यक्रम सम्पूर्ण जिले में चलाया जा रहा हैं।

            इसी के तहत आज बड़वानी के ग्राम बगुद, पिपरी और लोनसरा में आंगनवाड़ी भवन में सिकलसेल जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें  वानखेड़े ने सिकलसेल एनीमिया से बचाव, सुरक्षा चक्र और जांच के बारे में जानकारी दी और इस सम्बंध में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने का आह्वान किया ताकी इस बीमारी को समुदाय में फैलने से रोका जा सके एवं स्वस्थ और श्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण किया जा सके, कार्यक्रम में उदयराम ठाकुर ने बताया कि सिकलसेल से पीड़ित व्यक्तियों को शासन की किन-किन योजनाओं का लाभ मिलता है एवं उन्हें कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, राजेन्द्र देवड़े ने बताया कि किस तरह हम शादी के पूर्व वर वधु की कुंडलियां न मिला कर दोनों की सिकलसेल की जाँच करवा कर ही विवाह तय करे जिससे आने वाली पीढ़ी सिकलसेल मुक्त हो,  दूधालाल चौहान ने सिकल सेल की कुंडली को चार्ट के माध्यम से ग्रामीणों को समझाया संजय पुरोहित ने  सम्पूर्ण ग्रामीणों को सिकलसेल से सभी को जागरूक करने की शपथ दिलाई, इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से सीएचओ मनीषा गंगवाल, एएनएम दीपाली, एएनएम मंजुला लोहारे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधा रावत, गुंजापंवार  सीएमसीएलडीपी के छात्र  गौरव, शिला,युवराज, ज्योति, आशा एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग उपस्थित रहे ।

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