टेराग्लेब एवं निमाड़फ्रेश एफपीओ भी हुए कार्यशाला में शामिल
इक़बाल खत्री
खरगोन। प्राथमिक शाला में गुरुजनों ने बताया था कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है और एकता में शक्ति है। इसी तर्ज पर टेराग्लेब एवं निमाड़फ्रेश एफपीओ ने गुजरात के राजकोट शहर में 26 जिलों से आए 1050 किसानों को 27 अप्रैल 2025 को रेसीडयू फ्री मिर्च की खेती एवं मिर्च के एक्सपोर्ट के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान की। अवशेष मुक्त मिर्च उत्पादन की यह कार्यशाला नैनोंबि बायोईनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड एवं भूमि कथा फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित हुई।
इस कार्यशाला में किसानों को मिर्च उत्पादन के उपयुक्त मृदा, उपयुक्त बीज चयन, संकलित पोषण प्रबंधन, संकलित कीट प्रबंधन, प्राथमिक प्रसंस्करण एवं उसके एक्सपोर्ट से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में सभी किसानों को अवशेष मुक्त मिर्च की खेती के महत्व को समझाया गया। इसमें किसानों को सचेत किया कि अगर हम मिर्च को एक्सपोर्ट करने के बारे मे सोच रहे है तो हमें अनिवार्य रूप से अवशेष मुक्त मिर्च उत्पादन करना होगा। क्योंकि विकसित देशों में कई कीटनाशक प्रतिबंध है जो हमारे यह दैनिक रूप से उपयोग हो रहे है। कार्यशाला में सभी किसानों ने इस कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर चर्चा में हिस्सा लिया एवं प्रण किया कि हम अवशेष मुक्त खेती के लिए सम्पूर्ण प्रयास करेंगे। जिससे कि मानव स्वास्थ्य पर होने वाले कीटनाशकों के विपरीत प्रभाव को कम किया जा सके। अवशेष मुक्त मिर्च उत्पादन की इस कार्यशाला को आयोजित करने के लिए नैनोंबि बायोईनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड एवं भूमि कथा फाउंडेशन को हृदय से धन्यवाद दिया।