संभाग ब्यूरो बिलाल खत्री
बड़वानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रारम्भ किये गए वोकेशनल कोर्स व्यक्तित्व विकास का 60 घंटे का गहन प्रशिक्षण हमने प्राप्त किया. इस दौरान आंतरिक और बाह्य व्यक्तित्व की अवधारणा को समझते हुए उसके विकास के लिए सैद्धांतिक तथा व्यावहारिक सत्रों का आयोजन हुआ. हम समय प्रबंधन, आक्रामकता प्रबंधन, सोशल मीडिया प्रबंधन, व्यक्तित्व को प्रभावी बनाने के उपाय, नैतिक सद्गुणों का विकास, कलात्मकता, रचनात्मकता, अभिव्यक्ति कौशल जैसे आयामों से रूबरू हुए और उन्हें आत्मसात किया।
करियर निर्माण और सफल जीवन निर्वाह के लिए सकारात्मक अभिवृत्ति की महत्ता समझी, आदर्श जीवन शैली, योग, ध्यान, सद-साहित्य के अध्यययन और अच्छे व्यक्तियों की संगति का महत्व समझ सके. समस्या समाधान की क्षमता विकसित की. यह प्रशिक्षण हमारे जीवन भर काम आएगा. एनइपी हमारे लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हुई है.
करियर सेल ने इस विषय के प्रशिक्षण के साथ पूरा नया किया है
ये बातें प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानन्द करियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ द्वारा स्नातक तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के वोकेशनल कोर्स व्यक्तित्व विकास का प्रशिक्षण पूर्ण होने के अवसर पर प्रशिक्षु खुशी अग्रवाल ने कहीं. यह प्रशिक्षण प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया. इस अवसर पर प्रशिक्षुगण विकास बामनिया, आयुषी नरियानी, वेदांती पाटीदार आदि विद्यार्थियों ने भी अपने विचार व्यक्त कर प्रशिक्षण को उपयोगी बताया 400 युवाओं को दिया प्रशिक्षण कार्यकर्तागण डॉ. प्रीति गुलवानिया और वर्षा मुजाल्दे ने बताया कि करियर सेल द्वारा बी.ए., बी.एससी. बी.बी.ए. थर्ड इयर के चार सौ से अधिक विद्यार्थियों को व्यक्तित्व विकास का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण में नवीन शिक्षण पद्धतियों का उपयोग किया गया. पीपीटी के द्वारा व्यक्तित्व विकास के विविध पहलुओं की व्याख्या की गई. अनेक गतिविधियों के माध्यम से प्रेक्टिकल सम्पन्न करवाए गए. विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ा है. स्टेज फियर दूर हुआ है. पब्लिक स्पीकिंग स्किल बढ़ी है. पेंटिंग, मूर्तिकला, आर्ट एंड क्राफ्ट तथा सामाजिक सरोकार से भी युवा जुड़े हैं. मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन से व्यक्तित्व विकास में प्रशिक्षित डॉ. मधुसूदन चौबे द्वारा निभाई गई. आयोजन में सहयोग सुभाष चौहान, तुषार गोले, पूनम कुशवाह, भियारी गुर्जर आदि ने दिया है।